Placeholder canvas

घर में रहकर कैसे करें UPSC की तैयारी? IAS और IFS अफसर बता रहे हैं Winning Strategy

कोरोना महामारी में UPSC की परीक्षा की तैयारी कैसे की जाए, इस बारे में द बेटर इंडिया ने IAS ऑफिसर काजल जावला और IFS ऑफिसर अंकित कुमार से बात की। साल 2019 में IAS जावला ने देशभर में 28वीं और IFS अंकित ने 31वीं रैंक हासिल की थी।

कोरोना महामारी से हर शख्स कहीं न कहीं परेशान है, फिर चाहे स्कूल-कॉलेज में पढ़नेवाले छात्र हों या प्रतियोगी परिक्षाओं की तैयारी करनेवाले प्रतिभागी, तो आज ऐसे ही प्रतिभागियों की समस्या का समाधान दे रहे हैं हम।

COVID की दूसरी लहर के कारण, 27 जून 2021 को होने वाली संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) 2021 टालकर, 10 अक्टूबर 2021 कर दी गई, जिससे एक ओर परीक्षा की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को ज्यादा समय मिला, तो वहीं बहुत से उम्मीदवारों के लिए यह चिंता और तनाव का सबब भी बन गया है।

आपके इस तनाव को कम करने के लिए द बेटर इंडिया ने UPSC की तैयारियों के बारे में IAS अफसर काजल जावला और IFS (Indian Forest Service) अफसर अंकित कुमार से बात की। IAS जावला ने साल 2019 में, देशभर में 28वीं और IFS अंकित ने 31वीं रैंक हासिल की थी।

अपने ‘Focus’ पर करें काम 

IFS अंकित कहते हैं, “ऐसी कोई वजह या उद्देश्य खोजें, जो आपको एक अफसर के तौर पर देश की सेवा करने के लिए प्रेरित करता हो। एक बार जब आपको अपना उद्देश्य मिल जाता है, तब आपका ध्यान तैयारी में अपने आप लगने लग जाता है।”
उन्होंने कहा, “कोरोना महामारी ने सभी को प्रभावित किया है। हम परिस्थितियों को तो नहीं बदल सकते, लेकिन परिस्थितियों के प्रति अपनी प्रतिक्रिया और अपना नज़रिया बदल सकते हैं।”

Expert tips for clearing UPSC exams, IFS Ankit Kumar
अंकित कुमार, IFS

अंकित ने उम्मीदवारों को हर दिन 8-12 घंटे तैयारी करने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन लर्निंग में अपनी क्षमता बढ़ाने का यह सबसे अच्छा समय है। ऑनलाइन आपको कई मेंटर ग्रुप मिलेंगे, जहां उम्मीदवार अपना स्टडी मटेरियल साझा कर सकते हैं, वहां अपने डाउट्स क्लियर कर सकते हैं और एक-दूसरे के साथ, तैयारी से जुड़े मुद्दों पर अच्छे से चर्चा भी कर सकते हैं। 

ऑनलाइन सुविधाओं का उठायें फायदा

अंकित ने उम्मीदवारों को कई मंत्रालयों, विशेष रूप से पर्यावरण और वन मंत्रालय (MoEF) की सभी वार्षिक रिपोर्ट पढ़ने की सलाह भी दी। उनके मुताबिक़ आपको पत्र सूचना कार्यालय (PIB) और कई न्यूज़ पोर्टल से भी, तैयारी के लिए अच्छे-खासे मटेरियल मिल सकते हैं। BeingIFS एक ऐसा ऑनलाइन पोर्टल है, जिस पर आपको परीक्षा की तैयारी के लिए काफी चीजें मिल जाएंगी। इस पोर्टल को एक IFS अफसर चलाते हैं।

COVID को मानें कुदरत का तोहफा

IAS काजल कहती हैं, “यह बहुत अलग स्थिति है, जिससे कोई दूसरा बैच नहीं गुजरा है। जिन चीज़ों पर हमारा कोई बस नहीं, उस पर ध्यान ही नहीं देना चाहिए। परीक्षा की तारीख कब तय की जाएगी या दूसरे लोग परीक्षा की तैयारियों में कैसे जुटे हैं, इन सवालों में उलझे बिना हर उम्मीदवार का अपनी खुद की तैयारी पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है।” 

जावला ने कहा “कोरोना के पहले, डाउट्स क्लीयरिंग सेशन के लिए कभी इंस्टिट्यूट या कोचिंग सेंटर, तो कभी दोस्तों के साथ मिलने-जुलने में उम्मीदवारों के कई घंटे बर्बाद हो जाते थे। इसलिए, आप यह सोचें कि अब जब आपको घर से बाहर ही नहीं निकलना है, तो आपके पास परीक्षा की तैयारी के लिए कितना ज्यादा समय है। आप इस समय को कुदरत का तोहफा समझकर, उसका इस्तेमाल अपनी तैयारी के लिए करें।”

खुद को प्रोत्साहित करने के तरीके खोजें

काजल आगे कहती हैं, “हर सप्ताह अपने तय टास्क को पूरा करने के बाद, खुद को प्रोत्साहित करने के लिए, अपने आप को कुछ छोटे-मोटे रिवार्ड जरूर दें। कभी कुछ अच्छा खाकर खुद को खुश करें, तो कभी अपने दोस्तों के साथ ऑनलाइन मिलना-जुलना करके अपना मन बहला लें। अगर आप ऐसा करेंगे, तो न सिर्फ आपको हल्का महसूस होगा, बल्कि आप यकीनन अपने लक्ष्य की ओर फोकस्ड रहेंगे।”

IAS Kajal suggested UPSC aspirants that how to prepare for CSE
काजल जावला, IAS

चुनौतियों का करें मुक़ाबला

कोरोना के कारण ज्यादातर पब्लिक लाइब्रेरी और इंस्टिट्यूट बंद हैं, जिसकी वजह से कई उम्मीदवारों को अपनी तैयारी के दौरान, काफी चुनौतियों और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दोनों अफसरों ने, उम्मीदवारों को इसका हल खोजने और चुनौतियों का मुक़ाबला करने की सलाह दी।

काजल ने कहा कि अगर पब्लिक लाइब्रेरीज़ अभी खुल भी जाती हैं, तो वहां तुरंत आना-जाना समझदारी नहीं होगी। आप अपने घर में ही स्टडी बबल यानी एक ऐसी जगह बनाएं, जहां आप एकांत में रहकर सिर्फ अपनी पढ़ाई पर ही फोकस कर सकें। सुनिश्चित करें कि इस दौरान आप परिवार के बाकी सदस्यों के आसपास न हों।  उन्होंने कहा कि उम्मीदवार, परीक्षा की तैयारी करने के लिए कई तरह के मटेरियल का इस्तेमाल करते हैं। जबकि कुछ चुने हुए स्त्रोत का इस्तेमाल करने से, उम्मीदवारों को फायदा मिल सकता है।

काजल का कहना है कि अगर किसी विशेष टॉपिक के मटेरियल आपके पास पहले से मौजूद हैं, तो उसके लिए और मटेरियल जुटाने की कोशिश करने से अच्छा है, उसी पर फोकस करें। नेशनल सिक्योरिटी और इंटरनेशनल रिलेशंस जैसे टॉपिक में बहुत ज्यादा मटेरियल नहीं होते हैं और इन्हें ज्यादातर ऑनलाइन ही पढ़ना होता है। इसलिए, आप सिर्फ 2 या 3 विश्वसनीय स्त्रोत चुनें और उनसे रेफेरेंस लेते हुए अपने नोट्स बनाएं। कोशिश करें कि तैयारी के लिए किसी ऑनलाइन पोर्टल पर बार-बार विजिट न करें, जब तक कि वह पोर्टल करंट अफेयर्स के टॉपिक के लिए न हो।

मूल लेख: विद्या राजा

संपादन- जी एन झा

ये भी पढ़ेंः महिला उद्यमी का कमाल, Say No to Plastic, करें इनकी बनाई ‘कागज़ी बोतल’ का इस्तेमाल

यदि आपको इस कहानी से प्रेरणा मिली है, या आप अपने किसी अनुभव को हमारे साथ साझा करना चाहते हो, तो हमें hindi@thebetterindia.com पर लिखें, या Facebook और Twitter पर संपर्क करें।

We at The Better India want to showcase everything that is working in this country. By using the power of constructive journalism, we want to change India – one story at a time. If you read us, like us and want this positive movement to grow, then do consider supporting us via the following buttons:

Let us know how you felt

  • love
  • like
  • inspired
  • support
  • appreciate
X