संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 के परिणामों की घोषणा कर दी है। इस परीक्षा में सफल हुए कुल 761 उम्मीदवारों में 545 पुरुष और 216 महिलाएं हैं। आइए जानें इस परीक्षा को पास करने वाले टॉप 10 छात्रों के बारे में।
1. शुभम कुमार

बिहार के कटिहार जिले के रहनेवाले 24 वर्षीय शुभम ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा टॉप की है। उन्होंने दसवीं की पढ़ाई विद्या विहार रेसिडेंशियल स्कूल, पूर्णिया से की और 12वीं, चिन्मया विद्यालय बोकारो से पास किया। शुभम ने साल 2018 में आईआईटी मुंबई से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
उन्होंने UPSC की पहली परीक्षा साल 2018 में दी थी, लेकिन वह सफल नहीं हुए। फिर 2019 में उन्होंने दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी, जिसमें उन्हें 290वीं रैंक मिली और वह इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस सेवा के लिए चुने गए।
2. जागृति अवस्थी
भोपाल की रहनेवाली 24 वर्षीया जागृति अवस्थी ने यूपीएससी 2020 में दूसरी रैंक हासिल की है। उन्होंने महर्षि विद्या मंदिर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (MANIT), भोपाल से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की। जागृति ने UPSC की परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र का चयन किया था।
3. अंकिता जैन

अपने चौथे प्रयास में UPSC-2020 में तीसरी रैंक हासिल करनेवाली अंकिता जैन, आगरा (उत्तर प्रदेश) की रहनेवाली हैं और वर्तमान में मुंबई में ऑडिट एंड अकाउंट्स सर्विसेज में तैनात हैं। UPSC की मेन्स परीक्षा से ठीक एक महीने पहले, वह COVID-19 की शिकार हो गई थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और सफलता के लिए प्रयास करती रहीं।
अंकिता के पति, अभिनव त्यागी महाराष्ट्र कैडर में आईपीएस अधिकारी हैं और उनकी बहन वैशाली ने भी UPSC की परीक्षा में 21वीं रैंक हासिल की है।
4. यश जालूका

धनबाद जिला स्थित झरिया के रहनेवाले यश जालूका ने UPSC सिविल सेवा परीक्षा में चौथा स्थान हासिल किया है। यश के पिता मनोज जालूका लोहा व्यवसायी हैं और बड़े भाई अंकुर राशन की दुकान चलाते हैं।
यश ने जेवियर्स स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की। 12वीं की पढ़ाई बोकारो से करने के बाद, वह दिल्ली चले गए। उन्होंने दिल्ली से बीकॉम और मास्टर डिग्री की पढ़ाई पूरी की और फिर UPSC की तैयारी में जुट गए।
5. ममता यादव

24 वर्षीया ममता यादव, इस परीक्षा में 5वें स्थान पर रहीं। वह, मूल रूप से हरियाणा की रहनेवाली हैं, लेकिन अब दिल्ली में रहती हैं। फिलहाल वह, एक भारतीय रेलवे कार्मिक अधिकारी बनने के लिए प्रशिक्षण ले रही हैं।
लेकिन आईएएस अधिकारी बनने का सपना पूरा करने की जिद ने आखिरकार उन्हें UPSC की परीक्षा में ना सिर्फ सफलता दिलाई, बल्कि उन्होंने देशभर में 5वां स्थान भी हासिल किया। ममता ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से बीएससी की है।
6. मीरा के

UPSC की परीक्षा में छठी रैंक हासिल करनेवाली मीरा, 27 साल की हैं। यह, उनका चौथा प्रयास और दूसरा साक्षात्कार था। वह अपने पिछले प्रयास में मात्र 12 अंकों से चूक गई थीं।
यह पूछे जाने पर कि वह अपने देश की सेवा कैसे करना चाहेंगी? मीरा ने एक इंटरव्यू में कहा, “मुझे सिस्टम पर भरोसा है। मुझे जो भी असाइनमेंट मिलेगा, मैं उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी।” मीरा ने केरल के त्रिशूर के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है।
7. प्रवीण कुमार
सातवीं रैंक हासिल करनेवाले प्रवीण कुमार की उम्र 27 साल है। बिहार के जमुई के रहनेवाले प्रवीण, वर्तमान में रेलवे में इंजीनियरिंग ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
उनकी प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा जसीडीह स्थित रामकृष्ण विद्यालय से हुई थी। बाद में उन्होंने पटना से मैट्रिक एवं इंटर की परीक्षा पास की और कानपुर IIT से पढ़ाई पूरी कर, दिल्ली में 2 साल से UPSC की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में यह सफलता हासिल की है।
8. जीवनी कार्तिक नागजीभाई

जीवनी कार्तिक नागजीभाई, इस परीक्षा में आठवें स्थान पर रहे। 26 वर्षीय जीवनी, अपने तीसरे प्रयास में सफलता हासिल कर, पहले ही एक आईपीएस अधिकारी के रूप में प्रशिक्षण ले रहे हैं। नागजीभाई काफी संपन्न परिवार से हैं। उनके पिता, एक इंजीनियरिंग कॉलेज, एक फार्मेसी संस्थान, एक एमबीए प्रोग्राम और एक हाई स्कूल चलाते हैं।
नागजीभाई का परिवार राइबोसोम रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड का भी मालिक है, जो फार्मास्यूटिकल्स के लिए प्रीक्लिनिकल रिसर्च करता है। इतने संपन्न परिवार से होने और पहले ही IPS अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग लेने के बावजूद वह संतुष्ट नहीं थे। उन्होंने एक और प्रयास करने का फैसला किया और आखिरकार सफलता हासिल कर ही ली।
9. अपाला मिश्रा

UPSC-2020 की परीक्षा में 9वीं रैंक हासिल करनेवाली अपाला, मशहूर साहित्यकार पं. हजारी प्रसाद द्विवेदी की प्रपौत्री हैं। वह, अपने पिता रिटायर कर्नल अमिताभ मिश्रा और माँ, डॉ. अल्पना मिश्रा के साथ नोएडा में रहती हैं। वह खुद भी सेना में डेनटिस्ट हैं।
अपाला ने साल 2017 में, आर्मी कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस हैदराबाद से डेनटिस्ट (बीडीएस) की पढ़ाई की। लेकिन उनका सपना तो कुछ और ही था और अपने उसी सपने को पूरा करने के लिए अपाला ने BDS पूरा करने के तुरंत बाद ही, यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।
डॉ. अपाला की 10वीं तक की स्कूली पढ़ाई देहरादून के एन मैरी स्कूल से हुई। इसके बाद, उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई दिल्ली पब्लिक स्कूल, रोहिनी से की।
10. सत्यम गांधी
सत्यम गांधी, बिहार के समस्तीपुर जिले के दिघरा गांव के रहनेवाले हैं। 10वीं रैंक हासिल करनेवाले 22 वर्षीय सत्यम, हर रोज़ 5 किमी साइकिल चलाकर स्कूल जाया करते थे। उन्होंने दसवीं और बारहवीं दोनों ही बोर्ड परीक्षाओं में अपने स्कूल में टॉप किया था।
उन्होंने दिल्ली के दयाल सिंह कॉलेज से राजनीति विज्ञान में स्नातक किया। सत्यम ने एक फ्रीलांस फोटोग्राफर के रूप में काम करके, दिल्ली में रहने और यूपीएससी की तैयारी करने का खर्च खुद उठाया।
संपादन – मानबी कटोच
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