Bags on Wheels: यात्रियों का सामान अब घर से स्टेशन तक पहुंचाएगी भारतीय रेलवे

अकेले यात्रा कर रहे बुजूर्गों, दिव्यांगजनों व अन्य मुसाफिरों के लिए काफी मददगार साबित होगी भारतीय रेलवे की Bags on Wheels!

भारतीय रेलवे अपने मुसाफिरों के लिए नई सुविधा लेकर आया है जिसके जरिए आपका सामान स्टेशन तक पहुँचाया जाएगा। यह ऐप बेस्ड सर्विस है जिसका नाम बैग्स ऑन व्हील्स है।

नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन, हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली कैंट, दिल्ली सराय रोहिल्ला, गाजियाबाद और गुड़गांव रेलवे स्टेशन के मुसाफिर रेलवे की इस बैग्स ऑन व्हील्स सर्विस का सबसे पहले फायदा उठा सकेंगे। इस सेवा के जरिए मुसाफिरों के सामान को रेलवे स्टेशन से घर या घर से रेलवे स्टेशन तक पहुँचाया जाएगा। यह भारत में रेलवे के मुसाफिरों के लिए अपनी तरह की पहली सर्विस है।

‘बैग्स ऑन व्हील्स सर्विस’ सेवा के माध्यम से यात्री के सामान को उनके घर से ट्रेन तक और रेलवे स्टेशन से उनके घरों तक पहुँचाया जाएगा। उत्तर रेलवे ‘दिल्ली डिवीजन’ ने कुछ दिन पहले ही, भारत में रेल यात्रियों के लिए उपलब्ध ऐप-बेस्ड बैग्स ऑन व्हील्स सर्विस की घोषणा की है। यह भारत में अपनी तरह की पहली सर्विस है जो भारतीय रेलवे ने शुरू की है।

इस सर्विस का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया गया है और सेवाएं जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है।

 

Bags on Wheels
Rep Image

 

उत्तर रेलवे की प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, सबसे पहले नई दिल्ली, दिल्ली जंक्शन, हजरत निजामुद्दीन, दिल्ली कैंट, दिल्ली सराय रोहिल्ला, गाजियाबाद और गुड़गांव रेलवे स्टेशनों पर यह सुविधा शुरू की जाएगी। इस सर्विस के लिए यात्रियों को एक न्यूनतम फीस देनी होगी जो रेलवे स्टेशन से उनके घर तक की दूरी के साथ-साथ सामान के वजन और मात्रा पर निर्भर करेगी। रेलवे की यह सर्विस यात्रियों की सुविधा और रेलवे का राजस्व बढ़ाने के इरादे से शुरू की जा रही है।

उत्तर रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के जीएम, राजीव चौधरी ने कहा, “बैग्स ऑन व्हील्स सर्विस एप्लीकेशन (Android और iPhone उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होगा) का उपयोग करते हुए, यात्री अपने सामान को रेलवे स्टेशन या अपने घर तक ले जाने के लिए बुकिंग कर सकते हैं। उनके सामान को सुरक्षित तरीके से उठाकर, यात्री की बुकिंग वरीयता के अनुसार कोच / घर तक पहुँचाया जाएगा।”

इस सेवा से मुसाफिरों, खासकर वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और ज्यादा सामान के साथ अकेले सफर कर रहे मुसाफिरों को काफी मदद मिलेगी। यह सर्विस डोर टू डोर है। जल्दी ही, इसके शुरू होने की उम्मीद है।

 

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