IAS अधिकारी से जानिए कम से कम समय में UPSC परीक्षा के लिए नोट्स बनाने का तरीका!

2015 की सिविल सर्विस परीक्षा में 73 वां रैंक हासिल करने वाले शशांक मणि त्रिपाठी बता रहे हैं यूपीएससी की तैयारी के लिए नोट्स बनाने की सही रणनीति क्या होनी चाहिए!

सीएसई 2015 में 73वां स्थान हासिल करने वाले शशांक मणि त्रिपाठी कहते हैं, “मेरी पढ़ाई एक सरकारी स्कूल से हुई है। मैं जिस जगह से आता हूं, वहां के लिए यूपीएससी परीक्षा बहुत बड़ी बात है और मेरे मम्मी-पापा भी यही मानते थे।  मैं पढ़ाई में काफी अच्छा था, फिर भी मुझे खुद अपना करियर चुनने के लिए कहा जाता तो शायद मैं यह स्ट्रीम कभी नहीं चुनता। मेरे मम्मी-पापा चाहते थे कि मैं यूपीएससी की परीक्षा दूं।

शशांक क्विज में काफी अच्छे थे और उन्होंने जिला स्तरीय सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। वह कहते हैं कि सीएसई की तैयारी में क्विज प्रतियोगिता में उनका हिस्सा लेना मददगार साबित हुआ।

शशांक ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और कॉलेज खत्म होने के बाद गुरुग्राम स्थित एक बड़ी टेलीकॉम कंपनी में नौकरी ज्वाइन कर ली। यहां उन्होंने लगभग चार साल काम किया।

लेकिन यूपीएससी परीक्षा पास करने का विचार उनके दिमाग में कौंधता रहा। कॉर्पोरेट सेक्टर में कुछ साल बिताने के बाद शशांक ने सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी शुरू करने का फैसला किया और 2013 में उन्होंने पहला अटेंप्ट दिया। हालांकि पहले प्रयास में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने 2014 में फिर से प्रयास किया और 73 वां रैंक हासिल करने में कामयाब रहे।

शशांक ने परीक्षा के दौरान नोट्स बनाने की अपनी स्ट्रैटजी के बारे में हमें बताया।

1. नोट्स बनाने का मतलब यह नहीं है कि आप दूसरी किताब लिख डालें

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Shashank Tripathi

शशांक फुल टाइम जॉब करते हुए सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। वह कहते हैं, मेरे पास समय की कमी थी इसलिए जो भी टाइम मिलता मैं उसे सिर्फ पढ़ने में ही लगाता था। नोट्स बनाना बेहद जरुरी है इससे परीक्षा के दौरान रिवीजन करने में आसानी होती है। आपको कोई किताब नहीं लिखनी है इसलिए अपना नोट्स बहुत संक्षिप्त और छोटा बनाएं।

वह मानते हैं कि UPSC की परीक्षा पास करने का कोई एक निश्चित नियम नहीं है।

उन्होंने कहा, छात्रों को ऐसे नोट्स बनाने चाहिए जो उनके काम का हो। हालांकि अच्छा नोट्स रिवीजन के दौरान काफी मदद करता है। मुझे लगता है कि हर एक को अपने ऊपर निर्भर रहना चाहिए और अपने तरीके से तैयारी करनी चाहिए।”

2. नोट्स बनाने में सेलेक्टिव रहें

शशांक ने सामान्य अध्ययन के लिए कोई नोट्स नहीं बनाया था। इसकी तैयारी उन्होंने इंटरनेट से की थी।

वह कहते हैं, नोट्स बनाना एक कला है और इसमें बहुत धैर्य और समय की जरूरत होती है। चूंकि मैं जॉब करता था इसलिए मैं अपने टाइम का उपयोग कुशलता से करता था। “ 

शशांक ने सिर्फ उन्हीं विषयों के नोट्स बनाए जिसका मैटेरियल आसानी से उपलब्ध नहीं था। उन्होंने बताया, मैंने अपने ऑप्शनल पेपर राजनीति विज्ञान और सामान्य अध्ययन के एथिक्स पेपर के लिए नोट्स तैयार करने में समय का उपयोग किया। इतिहास और भूगोल जैसे विषय वस्तुनिष्ठ प्रकृति के होते हैं, अगर आपने पर्याप्त मैटेरियल पढ़ा और अच्छा उत्तर लिख पाते हैं तो बेशक आप उत्तर लिखने में कामयाब हो  सकते हैं।”

3. पहले पढ़ें और बाद में नोट्स बनाएं

वह बताते हैं, “मैंने तैयारी के दौरान एक किताब को कम से कम दो बार पढ़ा। दूसरी बार पढ़ते समय जो चीजें मुझे रिवाइज करनी होती, उन्हें मैं अंडरलाइन कर देता या फिर नोट्स बना लेता। मैं हमेशा सिलेबस पास रखकर पढ़ाई करता था और उसमें दिए गए हर टॉपिक को सही तरीके से तैयार करता चला गया।

आप जिस विषय या टॉपिक को पढ़ रहे हैं, पहली रीडिंग के दौरान उसके बारे में कोई पूर्वाग्रह न बनाएं। वह कहते हैं, “किसी विशेष विषय को कोई महत्व दिए बिना पढ़ें। ऐसे पढ़ें जैसे कोई उपन्यास पढ़ रहे हैं। हर बार जब आप इसे पढ़ेंगे, कुछ न कुछ नई चीजें निकलकर सामने आएंगी। कंटेंट में न उलझें और ना ही नोट्स बनाने में जल्दबाजी करें। नोट्स बनाते समय हमेशा याद रखें कि आपका नोट्स ऐसा होना चाहिए कि परीक्षा से एक दिन पहले भी अगर आप रिवीजन करने के लिए नोट्स उठाएं तो बिना किसी डाउट के यह आपको सही तरीके से समझ में आ जाए।

न्यूजपेपर पढ़ने के बारे में शशांक कहते हैं, मैं ज्यादातर ऑनलाइन एडिशन ही पढ़ता था। न्यूज पढ़ने के लिए फीडली एप और जानकारी इकट्ठा करने के लिए एवरनोट ऐप का इस्तेमाल करता था।”

4. अध्ययन सामग्री का अंबार न लगाएं

शंशाक कहते हैं कि कई लोग पहले बहुत सारी अध्ययन सामग्री जुटाते हैं और फिर बैठकर लंबे नोट्स बनाने में अपना समय लगा देते हैं। अपने पास सिर्फ आवश्यक मैटेरियल ही रखें और उसी के अनुसार नोट्स बनाएं।

शशांक यह भी कहते हैं कि नोट्स बनाते समय भी आपको यह क्लियर होना चाहिए कि किन विषयों के नोट्स बनाना जरुरी है और कौन से छोड़ने हैं।  शशांक सलाह देते हैं कि आप जो कुछ भी पढ़ें पहले उसे रिफ्लैक्ट करने की कोशिश करें और फिर उसे अपनी समझ के अनुसार नोट करें।

5. परीक्षा पास करने को ध्यान में रखकर नोट्स बनाएं

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Stay focussed.

उन्होंने बताया, सिविल सर्विस परीक्षा के लिए नोट्स बनाते समय यह ध्यान रखें कि यह सिर्फ इसी के लिए है। आपको किसी विषय में विद्वान नहीं बनना है अन्यथा आप अपने लक्ष्य को कभी हासिल नहीं कर पाएंगे।

अपना उदाहरण देते हुए वह कहते हैं, “ कोई न कोई विषय ऐसा जरुर होता है जिसे पढ़ना बहुत अच्छा लगता है। जैसे कि मुझे मेरा ऑप्शनल सब्जेक्ट राजनीति विज्ञान अच्छा लगता था। लेकिन आपको यह पहले से ही तय करना होगा कि एक विषय पर आपको कितना समय लगाना है। सिर्फ एक ही विषय को पढ़ने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए।

यह भी पढ़ें: यूपीएससी: आईएएस नम्रता जैन ने शेयर किये नोट्स बनाने के टिप्स!

सिविल सर्विस परीक्षा के लिए शशांक ने अपनी रणनीति शेयर की, कुछ अन्य आईएएस अधिकारियों ने भी अपनी रणनीति शेयर की है। सीएसई 2018 में 12 वीं रैंक हासिल करने वाली नम्रता जैन की रणनीति जानने के लिए यहां क्लिक करें। सीएसई 2016 में दूसरी रैंक हासिल करने वाले अतहर आमिर-उल-शफी खान का इंटरव्यू पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें। अगर आप सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, हमें बताएं कि कौन सी स्ट्रैटजी आपके काम की है।

मूल लेख: विद्या राजा 


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