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एक श्रृंखला डॅा. अब्दुल कलाम से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों की !

Dr. APJ Abdul Kalam (1)

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक राष्ट्रपति, एक वैज्ञानिक और एक व्यक्ति के रूप में उच्चकोटि का आदर्श स्थापित किया। उनकी यादें हमें सम्बल और उनकी सीख हमें प्रेरणा देने का कार्य करती हैं।

देश के ग्यारहवें राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टुबर 1931 को रामेश्वरम् में हुआ था। उन्होनें देश को एक वैज्ञानिक और एक राष्ट्रपति के रूप में अपनी सेवाएं दीं, लेकिन उनकी जीवन-यात्रा मात्र इतने ही शब्दों से पूरी नहीं होती। कलाम साहब का पूरा जीवन आम लोगों के लिए आदर्शों की किताब है। तो आइए जानें, उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य:-

1. एपीजे अब्दुल कलाम का पूरा नाम अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम है।

2. बचपन में अपने पिता को आर्थिक सहयोग देने के लिए अब्दुल कलाम ने घर-घर जाकर अखबार बाँटने का भी काम किया।

3. डॉ. अब्दुल कलाम बड़े होकर एक फाइटर जेट पायलट बनना चाहते थे।

KW3555 Indian Air Force Embraer
KW3555 Indian Air Force Embraer

4. डॉ. अब्दुल कलाम ने बतौर वैज्ञानिक इसरो (ISRO) के महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट एसएलवी-lll- रोहिणी सेटेलाइट पर काम किया।

5. कलाम साहब ने डीआरडीओ (DRDO) के अपने कार्यकाल में महत्वपूर्ण मिसाइल कार्यक्रमों और पोखरण न्यूक्लियर परीक्षण पर काम किया।

DRDO
DRDO

6. राष्ट्रपति रहते हुए डॅा. कलाम ने “प्रोवाइडिंग अरबन एमनिटीज़ टु रूरल एरियाज़” नाम के ट्रस्ट को अपनी सारी जमापूँजी दान करने का फैसला किया।

7. डॉ. कलाम ने इमारतों की सुरक्षा के दृष्टिकोण से उसकी दीवारों पर काँच के टुकड़े लगाए जाने पर ऐतराज़ जताया था, क्योंकि इससे पक्षियों को बैठने की जगह नहीं मिलती।

By putting glass on the walls, the birds do not get a place to sit.
By putting glass on the walls, the birds do not get a place to sit.

8. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक बार याहू पर यह जानने का प्रयास किया कि आतंकवाद से धरती को कैसे मुक्त किया जा सकता है।

9. कलाम साहब की यह विशेषता थी कि वह जब भी किसी कार्यक्रम में जाते थे, तो अपना अभिवादन भाषण खुद लिखते थे और समारोह में अपने लिए विशेष कुर्सी लगाया जाना उन्हें बिल्कुल पंसद नहीं था।

APJ Abdul Kalam giving speech
APJ Abdul Kalam giving speech

10. भारत में हुए न्यूक्लियर टेस्ट ‘आपरेशन शक्ति’ में डॉ. कलाम न केवल एक मिलिट्री अफसर की तरह रहे, बल्कि सीआइए (CIA) की मजबूत मानवीय गुप्तवार्ता स्त्रोत के लिए “मेजर जनरल पृथ्वीराज” नाम भी रख लिया।

Dr. APJ Abdul Kalam with Dr. Manmohan Singh
Dr. APJ Abdul Kalam with Dr. Manmohan Singh

11. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के प्रशंसक पूरे विश्व में मौजूद हैं। यही वजह है कि यूनाइटेड नेशन (यूएन) ने उनके 79वें जन्मदिवस पर इस दिन को वर्ल्ड स्टूडेन्ट डे (विश्व शिष्य दिवस) घोषित कर दिया। इसके अलावा, डॉ. कलाम के स्विट्जरलैण्ड दौरे को सम्मान देते हुए वहाँ की सरकार ने 26 मई को ‘विज्ञान दिवस’ घोषित कर दिया।

12. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम एक उच्चकोटी के लेखक भी थे। उनकी पहली किताब ‘डेवलपमेन्ट्स इन फ्ल्यूड मैकेनिक्स एण्ड स्पेस टेक्नोलॅाजी’ थी। इसके अलावा, उन्होंने इंडिया 20-20, विंग्स ऑफ फायर, इग्नाइटेड माइन्ड्स जैसी कई सारी किताबें लिखीं।

a book written by ABJ Abdul Kalam
a book written by ABJ Abdul Kalam

13. डॉ. कलाम का निधन 27 जुलाई 2015 को शिलांग के एक कॉलेज में व्याख्यान देते समय हृदयघात से हुआ था।

Narendra Modi paying tribute to ABJ Abdul Kalam
Narendra Modi paying tribute to ABJ Abdul Kalam

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने एक राष्ट्रपति, एक वैज्ञानिक और एक व्यक्ति के रूप में उच्चकोटि का आदर्श स्थापित किया। उनकी यादें हमें सम्बल और उनकी सीख हमें प्रेरणा देने का काम करती हैं।

मूल लेखः संचारी पाल

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